सशक्तिकरण कार्यक्रम से आत्मनिर्भर बन रही महिलाएं, बदल रही तस्वीर
महिला संवाद के जरिए प्रखंड में आयोजित कार्यक्रम का मिल रहा लाभ
किशनगंज /विजय कुमार साह
टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र के चिल्हनियाँ के उत्क्रमित मध्य विद्यालय खर्रा में महिलाओं के सशक्तिकरण हेतु आयोजित “महिला संवाद” कार्यक्रमों का सकारात्मक प्रभाव अब स्पष्ट रूप से दिखने लगा है। समवन्यक संजय कुमार एवं आलोक कुमार ने कहा कि इन कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाएं न केवल आत्मनिर्भर बन रही हैं, बल्कि समाज में भी अपनी मजबूत पहचान स्थापित कर रही हैं।
महिला संवाद के तहत आयोजित प्रशिक्षण सत्रों, जागरूकता अभियानों और आर्थिक सहायता योजनाओं से जुड़कर सैकड़ों महिलाओं ने अपने जीवन में बदलाव लाया है। सिलाई-कढ़ाई, बुनाई, हस्तशिल्प, लघु उद्योग और स्वयं सहायता समूहों के जरिए अब महिलाएं अपने परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत कर रही हैं। कार्यक्रम में भाग लेने वाली महिलाओं ने बताया कि पहले वे घरेलू कार्यों तक ही सीमित थीं, लेकिन अब विभिन्न योजनाओं की जानकारी और प्रशिक्षण के बाद वे स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ रही हैं।
कई महिलाओं ने छोटे-छोटे व्यवसाय शुरू कर लिए हैं और कुछ सरकारी योजनाओं का लाभ उठाकर स्वरोजगार के अवसर पैदा किए हैं। प्रखंड विकास पदाधिकारी अजय कुमार ने कहा कि महिला संवाद कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना और उन्हें आर्थिक, सामाजिक तथा शैक्षणिक रूप से जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में और अधिक महिलाओं को जोड़ने के लिए नए अभियान चलाए जाएंगे।
स्थानीय लोगों ने भी इस पहल की सराहना की है और उम्मीद जताई है कि इससे क्षेत्र में महिलाओं की सामाजिक स्थिति में उल्लेखनीय सुधार होगा।