रेतुवा नदी के कटाव की चपेट में भोरहा, कटाव रोधी कार्य करवाने की मांग

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टेढ़ागाछ/किशनगंज।मनोज कुमार

टेढ़ागाछ भारत नेपाल सीमा स्थित पुराना टेढ़ागाछ व भोरहा गाँव के लोगों को रेतुवा नदी के कटाव से इन दिनों खतरा की आसंका सता रही है। स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन से कटाव रोधी कार्य कराने की मांग की है।टेढ़ागाछ प्रखंड अंतर्गत भोरहा पंचायत स्थित पुराना टेढ़ागाछ विगत वर्षों से लगातार नदी के कटाव की समस्या का दंश झेल रहै है। नेपाल की तराई से होकर आने वाली यह रेतुवा नदी सबसे पहले इसी गांव से होकर भारतीय सीमा में प्रवेश करती है।

स्थानीय ग्रामीणों में भीष्म प्रसाद ने बताया कि पिछले साल नदी द्वारा हुए कटाव से कुछ घर के साथ, गांव में सरकारी योजना से बना सड़क का कुछ हिस्सा भी नदी में विलीन हो गया।कटाव तेजी से होने के कारण नदी गांव के बिल्कुल नजदीक से बहने लगी है।पंचायत समिति प्रतिनिधि भागवत प्रसाद ने बताया कि विगत कई वर्षों से लगातार नदी का प्रकोप गांव वासियों को झेलना पड़ रहा है।

नदी के तेज बहाव के कारण कई घर नदी में विलीन हो गए। पिछली बार प्रशासन के सहयोग से स्थानीय ग्रामीणों ने मिलकर बाँस- बल्ली के सहारे नदी के कटाव को रोकने का प्रयास किया था, लेकिन इस नदी का बहाव इतनी तेज है, कि सब बहा गया। बाढ़ के समय तो गांव में स्थिति काफी भयावह हो जाती है। गाँव में बाढ़ का पानी फैल जाने के कारण ग्रामीणों को आवागमन में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है।

साथ ही उन्होंने बताया कि विधायक से लेकर सांसद तक वे लोग कटाव रोधी कार्य कराने की गुहार लगा चुके हैं, लेकिन उनके गांव को बचाने के लिए केवल आश्वासन के अलावे अबतक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इस गांव के ज्यादातर लोग खेतीहर मजदूर हैं।खेती के जरिए अपनी आजीविका चलाते हैं।

स्थानीय ग्रमीणों में प्रकाश सिंह ने बताया कि यदि गांव को बाढ़ व कटाव से बचाने के लिए कोई कारगर उपाय नहीं किया गया तो वे बेघर हो जाएंगे।उन्होंने बताया जिस तरह पंचायत के फुलबरिया बाजार को बचाने के लिए पर्को पाइल का इस्तेमाल किया गया है।

कम से कम उसी तरह भोरहा गांव को बचाने के लिए पर्को पाइल की व्यवस्था कर दी जाए तो सभी ग्रामीणों का कल्याण हो सकता है।स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन से अपने गांव को रेतुवा नदी के कटाव से बचाने के लिए कटाव रोधी कार्य कराने की मांग की है।

रेतुवा नदी के कटाव की चपेट में भोरहा, कटाव रोधी कार्य करवाने की मांग