टेढ़ागाछ/किशनगंज/मनोज कुमार
बुधवार को टेढ़ागाछ में सीडीपीओ निशा कुमारी के नेतृत्व में राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया। इस अवसर पर टेढ़ागाछ मुख्यालय में बालिकाओं के साथ जागरूकता जुलूस निकाली गयी।इस मौके पर सीडीपीओ निशा कुमारी ने बताया राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों में बालिकाओं के लिए समानता व उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करना है।
इसकी शुरुआत भारत सरकार द्वारा साल 2008 में की गई थी। राष्ट्रीय बालिका दिवस का इतिहास है कि 24 जनवरी 1966 को इंदिरा गांधी ने महिला प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ लिया था। इसलिए 24 जनवरी को भारत में राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में मनाया जाता है।
भारत में राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने की शुरुआत साल 2008 में महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से की गई थी, क्योंकि भारत के इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा था कि एक महिला देश की प्रधानमंत्री बन गई थी, जो महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक क्रांतिकारी बदलाव था। हर साल 24 जनवरी को बालिका दिवस मनाने की सबसे बड़ी वजह भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से जुड़ी हुई है।
ये भारत के लिए बहुत ही गर्व की बात है।उन्होंने बताया हमारे समाज में लड़कियों को लड़कों की अपेक्षा कम महत्व दिया जाता है।उन्हें पढ़ने के अवसर नहीं मिलते, वक्त से पहले शादी करा दी जाती है और फिर बच्चे की जिम्मेदारी।सीडीपीओ निशा कुमारी ने बताया आज देश की बेटियां हर फील्ड में अपना परचम लहरा रही हैं।
भारतीय समाज में आज से नहीं बल्कि काफी पहले से लैंगिक असमानता एक बड़ी चुनौती रही है। भारत सरकार ने महिलाओं के विरुद्ध भेदभाव की स्थिति को बदलने और सामाजिक स्तर पर लड़कियों की हालात में सुधार करने के उद्देश्य से कई महत्त्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। जिसमें ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान, ‘सुकन्या समृद्धि योजना’, बालिकाओं के लिए मुफ्त या अनुदानित शिक्षा और कॉलेजों तथा विश्वविद्यालयों में सीटों का आरक्षण शामिल हैं।
मालूम हो की भारत में राष्ट्रीय बालिका दिवस 24 जनवरी और 11 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में मनाया जाता है।मौके पर प्रखंड समन्वयक रोहन कुमार मण्डल, महिला पर्यवेक्षिका इंदु कुमारी, वाॅर्डन मीरा कुमारी, सेविका, सहायिका,स्कूली छात्रा व ग्रामीण उपस्थित थे।