अररिया /अरुण कुमार
पूर्णिया पुलिस के द्वारा पाकिस्तानी फंडिंग का खुलासा किए जाने के बाद भारत नेपाल सीमा से सटे फारबिसगंज में पुलिस अलर्ट मोड पर है। मालूम हो की पूर्णिया पुलिस ने साइबर ठगी के मामले की जांच के दौरान शुक्रवार को तीन युवकों को गिरफ्तार किया था। जिनसे पूछताछ के बाद पाकिस्तानी फंडिंग का खुलासा होने के बाद पुलिस की भी आंखे खुली की खुली रह गई ।
दरअसल अररिया जिला निवासी तीनो युवक जिनके नाम क्रमश शाहनवाज ,सुशील और साकिब है तीनो के द्वारा अलग अलग बैंक खातों में पाकिस्तान से रूपया मंगवाया जाता था ।पूर्णिया पुलिस अधीक्षक आमिर जावेद के मुताबिक इन तीनो युवक के द्वारा पाकिस्तान से नेपाल के बैंक खातों में रूपया मंगवाया जाता था फिर उस राशि को सीमावर्ती इलाकों में खपाया जाता था।
युवकों के द्वारा बीते कुछ महीनों में चालीस से पचास लाख रुपए के लेन देन का खुलासा हुआ है । अररिया पुलिस को जैसे ही तीनो युवकों के गिरफ्तारी की खबर मिली उसके बाद सीमावर्ती फारबिसगंज पुलिस चौकन्नी हो गई है ।मालूम हो की गिरफ्तार युवकों में शाहनवाज फारबिसगंज रेड लाइट एरिया का निवासी है बताया जाता है की यह एनजीओ संचालक है ।जिसके बाद शनिवार को पुलिस के द्वारा रेड लाइट एरिया में दबिश दी गई और सूत्रों की माने तो कई लोगो से पूछताछ किया गया है ।
हालाकि पुलिस अभी कुछ भी खुलासा करने से बच रही है ।पुलिस सूत्रों की माने तो युवकों के गिरोह में कौन कौन लोग शामिल है उसकी जांच की जा रही है ।गौरतलब हो की इससे पूर्व भी भारत नेपाल सीमा से कई विदेशी नागरिकों की गिरफ्तारी हो चुकी है। यही नहीं पीएफआई भी इस इलाके में सक्रिय रहा है जिसे लेकर एनआईए की टीम के द्वारा छापेमारी की गई थी ।एसडीपीओ खुसरू सिराज ने कहा की मामले की जानकारी मिली है और पुलिस के द्वारा मामले की जांच की जा रही है।जांच के बाद बड़ा खुलासा होने की संभावना जताई जा रही है।