किशनगंज/विजय कुमार साह

दिघलबैंक समेकित बाल विकास परियोजना दिघलबैंक में प्रखंड विकास पदाधिकारी किशोर कुणाल द्वारा पोषण परामर्श केंद्र का उद्घाटन दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इस अवसर पर बिडियो सह सीडीपीओ दिघलबैंक के द्वारा अपने हाथों से गभर्वती महिलाओं को पोषण की पोटली देकर गोदभराई की रस्म को पूरा किया गया तथा छः माह की आयु पूर्ण कर लेने वाले बच्चों को खीर खिलाकर अन्नप्राशन कराया गया।
बीडीओ किशोर कुणाल के द्वारा पोषण माह से संबंधित आई.सी.डी.एस. द्वारा लगाये गये स्टॉल का भी निरीक्षण किया गया। मौके पर लगाये गये स्टॉल के महत्वों की विस्तृत जानकारी के साथ सभी उपस्थित सेविका/सहायिका को विस्तृत जानकारी दी गयी ताकि संबंधित सभी सेविका अपने पोषक क्षेत्र में जाकर ग्रामीण लोगों तक पोषण का संदेश पहुँचा सके।इस अवसर पर मौके पर प्रमुख साहब यासमिन प्रवीण, मंगूरा पंचायत मुखिया नाहिद बेगम, तुलशिया मुखिया मो.जैद, लिपिक उद्यानंद मंडल, प्रखंड समनव्यक रोहन कुमार मंडल, कार्यपालक सहायक उपेंद्र सिंह, महिला पर्यवेक्षिका श्वेता कुमारी, तलत नसरीन, सेफैली दास तथा सेविका/सहायिका उपस्थित रहें।
प्रखंड प्रमुख के द्वारा बताया गया कि पोषण के विभिन्न गतिविधियों द्वारा आमजनों को जागरुक कर कुपोषण मुक्त किशनगंज बनाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गर्भवती एवं धात्री माताओं एवं 01 से 06 वर्ष के बच्चों के उचित पोषण एवं स्वास्थ्य के लिए आई.सी.डी.एस. प्रतिबंद्व है।
पोषण अभियान के प्रखंड समन्वयक रोहन कुमार मंडल के द्वारा बताया गया कि आई.सी.डी.एस, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, पंचायती राज विभाग एवं अन्य संबंधित विभाग के समन्वय से विभिन्न प्रकार के गतिविधियों के माध्यम से लोगों को जागरुक करते हुए कुपोषण मुक्त बनाना ही इस कार्यक्रम का मुख्य उदेष्य है। प्रखंड में कुपोषण से जुड़ी चुनौतियों से निपटने के लिये 01 से 30 सितंबर तक राष्ट्रीय पोषण माह का आयोजन किया जा रहा है। पोषण परामर्श केंद्र के माध्यम से महिलाओं को व बच्चों को कुपोषण से बचाने के बारे में जानकारी दी जायेगी।
इस कार्यक्रम में स्वच्छता के लिए जागरूकता अभियान एवं समितियों की बैठक में पोषण पर चर्चा के साथ ही प्रखण्ड एवं पंचायत स्तर पर पोषण संबंधी संदेशों का प्रचार-प्रसार विभिन्न माध्यमों के द्वारा किया जा रहा है। वहीं परियोजना स्तर पर गर्भवती महिलाओं को पोषण युक्त आहार लेने के लिए प्रेरित करने के लिए स्लोगन लेखन प्रतियोगिता, आंगनबाड़ी केंद्र पर एनीमिया पर जागरूकता के लिए सेल्फी तथा विभिन्न प्रकार के पोष्टिक व्यंजनों की प्रतियोगिता एवं परियोजना स्तर पर आयोजित किया जा रहा है।