संक्रमण के खतरों से अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करता है प्रीकॉशन डोज
किशनगंज /प्रतिनिधि
कोरोना वायरस की रफ्तार एक बार फिर से राज्य समेत पूरे देश में तेज हुई है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरों के बीच जिले में जांच व टीकाकरण की रफ्तार में तेजी लाने की कवायद जारी है। जिले में हर घर दस्तक अभियान जोरों पर है। जिसके तहत कोविड टीकाकरण से वंचित लोगों को चिह्नित करते हुये, उन्हें टीकाकृत किया जा रहा है। इस कार्य में आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविकाओं के साथ-साथ एएनएम को प्रतिनियुक्त किया गया है। साथ ही, विभिन्न अधिकारियों को हर घर दस्तक अभियान के अनुश्रवण और मुल्यांकन की भी जिम्मेदारी दी गई है। ताकि, टीके से वंचित रहे एक भी लाभुक इस अभियान का लाभ पाने न छुटे। वहीं, सिविज सर्जन डॉ. कौशल किशोर एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी के द्वारा पंचायतों में टीकाकरण अभियान का निरीक्षण भी किया जा रहा है । इस दौरान उन्होंने सभी फ्रंट लाइन वर्कर्स से चलने फिरने में असमर्थ लोगों के घर जाकर प्रिकॉशनरी डोज देने का निर्देश दिया। फिलहाल जिले में प्रीकॉशन डोज के टीका से वंचित लोगों को टीकाकृत करने के लिये विभाग ने अलग रणनीति तैयार की है। गौरतलब है कि जिले में लक्ष्य के 73 प्रतिशत लोगों टीका की दोनों डोज ले चुके हैं। पहले डोज के निर्धारित लक्ष्य 13.60 लाख की तुलना में उपलब्धि 11.93 लाख के करीब है। वहीं 10.14 लाख से अधिक लाभुक टीका की दूसरी डोज भी ले चुके हैं। टीका की दोनों डोज ले चुके को फिलहाल प्राथमिकता के आधार पर प्रीकॉशन डोज का टीका लगाया जा रहा है।
वैक्सीनेशन से ही इससे सुरक्षा पाई जा सकती है :
सिविल सर्जन डॉ. कौशल किशोर ने टीकाकरण दलों से कहा कि जिले से अभी कोविड-19 की संभावना अभी पूरी तरह से टली नहीं है। इसके लिये लोगों को जागरूक होना होगा और उन्हें समझना होगा कि वैक्सीनेशन से ही इससे सुरक्षा पाई जा सकती है। इसलिये सभी टीकाकरण दल के पास उनके इलके की ड्यू लिस्ट उपलब्ध होना चाहिए। ताकि, यह पता चल सके कि किन किन लोगों ने अब तक कोविड टीके के विभिन्न डोज नहीं लिए हैं। इस टीम में शामिल आंगनबाड़ी व आशा कार्यकर्ता को अपने दायित्वों की पूरी जानकारी होनी चाहिए। वे स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रबुद्धजनों की सक्रिय भागीदारी की माध्यम से वैक्सीनेशन से वंचित लोगों को प्रोत्साहित कर टीकाकरण केंद्र पर लाएं।
टीके के लिये स्वयं आगे आएं लोग :
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. देवेन्द्र कुमार ने कहा, जिले के शत प्रतिशत लोगों को कोरोना का टीका लग जाए, इसे लेकर लगातार प्रयास किया जा रहा है। इसी सिलसिले में यह अभियान शुरू किया गया है। जिले के वैसे लोग जिनलोगों ने अब तक टीका नहीं लिया है, उनसे मेरी अपील है कि इस अभियान के तहत टीका जरूर ले लें। जिले में शत प्रतिशत टीकाकरण हो जाने से सभी लोग काफी हद तक कोरोना से सुरक्षित हो जाएंगे। इसलिए इसे सामाजिक जिम्मेदारी समझकर इसमें अपना योगदान दें। साथ ही जिन लोगों ने कोरोना टीकाकरण को लेकर अभी तक प्रीकॉशन डोज नहीं ली है, वे लोग भी जल्द से जल्द ले लें। प्रीकॉशन डोज लेने के बाद ही टीकाकरण की प्रक्रिया पूरी होगी। इसलिए अगर समय पूरा हो गया हो तो प्रीकॉशन डोज जरूर ले लें।
कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरों के बीच जिले में जांच व टीकाकरण की रफ्तार में तेजी लाने की कवायद जारी है। फिलहाल जिले में प्रीकॉशन डोज के टीका से वंचित लोगों को टीकाकृत करने के लिये विभाग ने अलग रणनीति तैयार की है। गौरतलब है कि जिले में बड़ी संख्या में लोगों टीका की दोनों डोज ले चुके हैं।
संक्रमण के खतरों से अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करता है प्रीकॉशन डोज :
सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया कि बिहार सहित देश के दूसरे राज्यों में संक्रमण का मामला तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में प्रीकॉशन डोज का टीकाकरण महत्वपूर्ण हो चुका है। संक्रमण के खतरों से बचाव में ये हमें अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करने में सक्षम है। टीका की दोनों डोज ले चुके लोगों से उन्होंने प्राथमिकता के आधार पर प्रीकॉशन डोज का टीका लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि टीकाकरण मामले में कमतर प्रदर्शन करने वाले प्रखंडों को चिह्नित किया गया।