अभी वैक्सीन के साथ ,मास्क एवं दो गज की दूरी भी है जरूरी
किशनगंज /प्रतिनिधि
बदलते मौसम का प्रभाव अब जिले में दिख रहा है। ठंड और कुहासों के कारण तापमान में गिरावट हो रही है।लगातार बढ़ रही ठंड के कारण कोविड-19 के नए स्ट्रेन ओमिक्रोम के संक्रमण में भी देश में लगातार वृद्धि हो रही है। इसलिए, संक्रमण के दायरे से दूर रखने के लिए अभी और सतर्क व सावधान रहने की जरूरत है। अन्यथा, थोड़ी सी लापरवाही बड़ी मुसीबत का सबब बन सकती है। चिकित्सकों के अनुसार वैक्सीन के दोनों डोज के साथ कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए सबसे आसान और बेहतर उपाय मास्क का उपयोग एवं शारीरिक दूरी का पालन है। बदलते मौसम के मद्देनज़र सर्दियों में स्वास्थ्य पर विशेष ख्याल रखने की आवश्यकता है। खासकर कोरोना के नए स्ट्रेन ओमिक्रोम को लेकर अभी और भी सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है। कोरोना को लेकर हमें किसी तरह की लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए ।
सर्दियों में करें नियमित स्नान
सर्दी आते ही अक्सर लोग हाथ–मुँह सही तरीके से धोने से कतराते हैं। सर्दियों में लोगों को नहाने में भी दिक्कत होती है। कोरोना काल के दौरान मौसम कोई भी हो, घर में रहें व बाहर कहीं से आने के बाद पूरे शरीर के साथ हाथों की विशेष सफाई का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। हाथों व शरीर की सफाई के अभाव में कई तरह की बीमारियां जन्म लेती हैं। सर्दियों में सफाई पर विशेष ध्यान न देने से लोग खुद के साथ दूसरों के लिए भी समस्याएं पैदा कर सकते हैं।
सर्दियों में बेहद जरूरी है कोरोना संक्रमण के नियमों का पालन करना –
सिविल सर्जन डॉ सुरेश प्रशाद ने कहा कि इस समय सर्दी, खांसी-जुकाम के कुछ विशेष लक्षण कोविड-19 जैसे ही होते हैं। इसलिए लक्षणों को नजरअंदाज बिलकुल न करें। गंध या किसी चीज का स्वाद महसूस नहीं होना कोरोना के लक्षणों में से एक है। आमतौर पर यह तब होता है जब किसी व्यक्ति की नाक बंद हो जाती है। बढ़ती उम्र के साथ भी ऐसी समस्या आती है। ठंड लगना आमतौर पर छोटी समस्या मानी जाती है, लेकिन यह कोरोना का लक्षण हो सकता है। खासतौर से बिना किसी कारण के ठंड महसूस हो तो इसे नजरअंदाज करना ठीक नहीं है। ठंड से पीड़ित होने पर सिरदर्द होना काफी आम बात है। यह तब भी हो सकता है जब आप कोरोना वायरस से संक्रमित हों। सिर पर और आंखों के ऊपर लगातार तेज दर्द कोरोना का लक्षण हो सकता है। इसलिए लापरवाही बिलकुल न करें।
गर्म पानी एवं धूप का सेवन है फायदेमंद :
सिविल सर्जन ने बताया जो लोग मधुमेह के मरीज हैं उनकी परेशानी भी सर्दियों में ज्यादा बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि इस मौसम में लोग पानी भी कम पीते हैं। एक तरह से जीवनशैली बदल जाती है। लोग मीट, मछली, घी ज्यादा खाते हैं और शारीरिक गतिविधि कम हो जाती है। इसकी वजह से शुगर लेवल बढ़ जाता है। उन्होंने बताया कि बादाम और पिस्ते का सेवन हृदय रोगियों के लिए लाभदायक है। ग्रीन टी का सेवन भी उनके लिए फायदेमंद हो सकता है। सर्दियों में उचित मात्रा में धूप सेंकना बेहद जरूरी है। विटामिन डी के साथ आपको अपने खानपान में हरी सब्जियों को भी शामिल करना चाहिए। गर्म पानी का सेवन नियमित रूप से करना चाहिए।
हल्दी, तुलसी और अदरक का करें सेवन-
हल्दी, तुलसी और अदरक ,इन तीनों शाकाहारी भोजन में मौजद आवश्यक तत्व हैं। ये आपके इम्युन सिस्टम को मजबूत कर देंगे। इनका सेवन किसी भी रूप में नियमित रूप से करें। इसके अलावा संतरा, मौसमी आदि रसीले फलों में भरपूर मात्रा में मिनरल्स और विटमिन-सी होता है। फल एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसलिए फलों को नियमित तौर पर सेवन करें। हालांकि, फल खरीदते समय उनकी क्वॉलिटी पर ध्यान दें, कटे-गले फल न लें।
भरपूर नींद लें तनाव से बचें :
इस मौसम में हेल्दी डाइट और पर्याप्त नींद जरूरी है। व्यक्ति को तनाव से बचना चाहिए। नींद पूरी होने के बाद आप सुबह तरोताजा महसूस करेंगे। गाजर और टमाटर का उपयोग पर्याप्त मात्रा में करें। दोनों में बीटा कैरोटीन और दूसरे एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर से टॉक्सिन्स को हटाने में मदद करते हैं।
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