दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व जल दिवस पर  जल शक्ति अभियान ‘कैच द रेन’ की शुरुआत की

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देश /डेस्क

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को विश्व जल दिवस पर  जल शक्ति अभियान ‘कैच द रेन’ की शुरुआत की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद पहली बार सरकार जल परीक्षण पर गंभीरता से काम कर रही है। पीएम ने कहा कि जल जीवन मिशन की शुरुआत के बाद से लगभग 4 करोड़ नए परिवारों को इतने कम समय में नल कनेक्शन मिल गया है। 


पीएम मोदी ने कहा कि सिर्फ डेढ़ साल पहले, हमारे देश में 19 करोड़ ग्रामीण परिवारों में से, केवल 3.5 करोड़ परिवारों को नल से पानी मिलता था। पीएम ने कहा कि चाहता हूं कि मॉनसून आने तक मनरेगा कोषों की एक-एक पाई वर्षा जल संरक्षण पर खर्च हो। इस अभियान के दौरान पूरे देश में सभी जलाशयों की जियोटैगिंग की जाएगी।


पीएम ने कहा कि भारत की आत्म-निर्भरता हमारे जल संसाधनों तथा जल कनेक्टिविटी पर निर्भर है। पीएम ने कहा कि जल के प्रभावी संरक्षण के बिना भारत का तीव्र गति से विकास संभव नहीं है। पीएम मोदी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि हमारे पूर्वज हमारे लिए जल छोड़कर गए। हमारी जिम्मेदारी है कि हम भविष्य की पीढ़ियों के लिये इसका संरक्षण करें। पीएम मोदी ने कहा कि चिंता की बात है कि भारत में अधिकतर वर्षा जल बर्बाद हो जाता है।

बारिश का पानी जितना बचाएंगे, भूजल पर निर्भरता उतनी ही कम हो जाएगी। पीएम ने कहा कि प्रत्येक गांव में आगामी सौ दिन वर्षा जल संरक्षण की तैयारियों को समर्पित किये जाने चाहिए।पीएम मोदी ने कहा प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना हो या हर खेत को पानी अभियान ‘Per Drop More Crop’ अभियान हो या नमामि गंगे मिशन,जल जीवन मिशन हो या अटल भूजल योजना,सभी पर तेजी से काम हो रहा है । पीएम ने कहा कि सेना के लिए कहा जाता है कि शांति के समय जो सेना जितना पसीना बहाती है, युद्ध के समय खून उतना कम बहता है। मुझे लगता है कि ये नियम पानी पर भी लागू होता है। अगर हम बारिश के पहले पानी बचाने का काम करते हैं तो अकाल के कारण जो नुकसान होता है वो बच जाएगा ।

दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व जल दिवस पर  जल शक्ति अभियान ‘कैच द रेन’ की शुरुआत की